पंकज नागपाल, हांसी हरियाणा लोकसेवा आयोग (एचपीएससी) के नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ. डीपी वत्स ने कहा कि प्रदेश की प्रतिभाशाली युवाओं को ही प्रशासनिक सेवाओं में तरजीह दी जाएगी। हिसार के छोट से गांव थुराना में पले-बढ़े वत्स ने कहा कि वह अपना कार्य ईमानदारी से करने का प्रयास करेंगे। एचपीएससी का चेयरमैन बनने के बाद डा. डीपी वत्स दैनिक जागरण से विशेष बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने थुराना गांव में अपनी बचपन की यादों को दैनिक जागरण के साथ साझा किया। 16 अप्रैल 1950 में थुराना गांव में अध्यापक शिवधन वत्स के घर जन्मे डीपी वत्स ने मैट्रिक की शिक्षा थुराना गांव के सरकारी स्कूल में ही प्राप्त की। देवेंद्र पॉल वत्स ने रोहतक के पीजीआइ से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। वत्स ने इसके बाद आर्म्ड फोर्सिस मेडिकल कॉलेज पूना से एमएच की डिग्री हासिल की। आइआइएम अहमदाबाद से डीपी. वत्स ने मैनेजमेंट कोर्स की डिग्री हासिल की और बाद में वह एएफएमसी पूना के डायरेक्टर चुने गए थे। वत्स 10 दिन पूर्व ही कर्नल रैंक से रिटायर हुए थे। यही नहीं वत्स आइएएस के साक्षात्कार के लिए यूपीएससी के स्पेशल एक्सपर्ट एडवाइजर के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं। डा. वत्स को हाल ही में महामहिम राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल द्वारा परम विशिष्ट मेडल से सम्मानित किया गया था। वत्स के दो अन्य भाई भारतीय सेना में देश के लिए अपनी सेवाएं दे चुके हैं और उनके दो बेटे वर्तमान में भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे हैं। उनके भाई सतपाल वत्स महर्षि दयानंद विश्र्वविद्यालय रोहतक में रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत हैं, जबकि उनका पांचवां भाई सुरेश वत्स हिसार में कार्यकारी अभियंता के पद पर कार्यरत है।डीपी वत्स के एचपीएससी के चेयरमैन बनने की सूचना मिलने पर थुराना गांव में खुशी की लहर दौड़ गई और देर सांय सूचना मिलने पर ग्रामीणों में जश्न का माहौल था।