रतिया (फतेहाबाद), संवाद सहयोगी : स्कूल में फर्जी पत्र के आधार पर सेवादार लगाए जाने का मामला सामने आया है। खंड शिक्षा अधिकारी पुष्पा शर्मा ने मामले की जांच के बाद लिपिक अनिल मल्होत्रा को फर्जीवाड़े का दोषी करार देते हुए स्कूल शिक्षा निदेशालय को लिपिक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई किए जाने की अनुशंसा की है। जानकारी के अनुसार खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय रतिया में कार्यरत लिपिक अनिल मल्होत्रा ने फर्जीवाड़ा कर बादलगढ़ निवासी युवक जगसीर को 3 अगस्त 2011 को एक पत्र डिस्पैच कर बादलगढ़ के स्कूल में अनुबंध आधार पर सेवादार के पद पर नियुक्ति का पत्र भेजा। इस पत्र में 15 अगस्त को स्कूल में ज्वाइन करने का आदेश देते हुए 8800 रुपये प्रतिमाह वेतन का उल्लेख भी किया गया। बताते हैं कि इस फर्जीवाड़े की कॉपी बीईओ पुष्पा शर्मा के हाथ लग गई। अपने तौर पर जांच करने पर फर्जीवाड़े का पता चलते ही पुष्पा शर्मा ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय बादलगढ़ के मुख्याध्यापक को इस संबंध में सचेत कर दिया। साथ ही जिस जगसीर नाम के युवक को सेवादार पद पर नियुक्ति के लिए पत्र जारी किया गया था, उसे ज्वायन न कराने का निर्देश दिया। बीईओ पुष्पा शर्मा ने बताया कि अनिल मल्होत्रा को इस मामले में स्पष्टीकरण देने के लिए दो बार नोटिस जारी किया गया लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। पता चला है कि लिपिक अनिल मल्होत्रा काफी समय से अनुपस्थित चल रहा है। दूसरी तरफ, अनिल मल्होत्रा ने कहा कि उसे एक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। उस पर लगाए गए आरोप निराधार व झूठे हैं। जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।