पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों पर चार साल के अनुभव प्रमाण पत्र की शर्त भारी साबित होगी। हरियाणा स्कूल टीचर सेलेक्शन बोर्ड ने इन प्रमाण पत्रों पर काउंटर साइन की जिम्मेवारी शिक्षा निदेशक को सौंपी है। इसके लिए संबंधित उम्मीदवारों को पंचकूला शिक्षा निदेशालय के चक्कर काटने पड़ेंगे। बिना काउंटर साइन के संबंधित उम्मीदवारों को पात्रता परीक्षा से छूट का लाभ नहीं दिया जाएगा।
मांग रखे हैं आवेदनशिक्षा विभाग ने हाल ही में 14 हजार से अधिक पीजीटी पदों पर आवेदन मांगे हैं। इसके लिए उम्मीदवारों को दो वर्गों में विभाजित किया गया है। एक वर्ग में पात्रता परीक्षा के साथ स्नातकोत्तर की शर्त रखी गई है। दूसरे वर्ग में संबंधित उम्मीदवार के पास चार साल का शिक्षण अनुभव होना जरूरी है। अनुभव प्रमाण पत्र रखने वाले उम्मीदवारों को पात्रता परीक्षा से छूट दी गई है।
इसका सीधा फायदा अतिथि अध्यापकों और प्राइवेट स्कूलों में कार्यरत प्राध्यापकों को होगा। मगर इसकेलिए उन्हें विभाग द्वारा जारी किया गया वैध अनुभव प्रमाण पत्र जमा कराना होगा।
अभी तक अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने के लिए संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी को अधिकार था। अब इसे तीन स्तरों पर विभाजित करते हुए शिक्षा निदेशालय तक बांट दिया गया है। सबसे पहले खंड स्तर पर कागजात की जांच होगी। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी संबंधित अध्यापक के अनुभव से संबंधित प्रमाण पत्रों की जांच करेंगे। अगर कागजों में कोई कमी हुई तो अनुभव प्रमाण पत्र को इस स्तर पर ही रोक लिया जाएगा। कागजात पूरे होने के बाद ही संबंधित उम्मीदवार को प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। लेकिन यह प्रमाण पत्र तभी पूरा माना जाएगा, जब इसपर शिक्षा निदेशक के काउंटर साइन होंगे। जिला शिक्षा अधिकारी दर्शना देवी बताती हैं कि कागजातों की तीन स्तरों पर होने वाली इस स्क्रीनिंग से कोई भी उम्मीदवार फर्जी प्रमाण पत्र नहीं बनवा सकेगा।