प्रदेश के स्कूल शिक्षा निदेशालय में आजकल सिर्फ और सिर्फ तबादलों का शोर है। तबादले के लिए शिक्षकों के इतने आवेदन आ गए कि उनके हाथ-पांव फूल गए। तबादलों की आनलाइन अर्जियों के कारण निदेशालय में बाकी सभी काम ठप पड़े हैं। इन अर्जियों को अलग-अलग श्रेणी में बांटने का काम चल रहा है। अफसरों का पूरा ध्यान इस बात पर है कि किस तरह के तबादला आवेदन को स्वीकार करें और कौन-कौन से आवेदनों को निरस्त कर दें। रही-सही दिक्कत विधायकों के सिफारिशी पत्रों ने बढ़ा दी है। तबादला चाहने वाले शिक्षक अपने किसी प्रयास को खाली नहीं देना चाह रहे। लिहाजा उन्होंने निदेशालय में काम करने वाले कर्मचारियों से भी संपर्क बनाया हुआ है। पता चला है कि राज्य के करीब 25 हजार शिक्षक तबादले के इच्छुक हैं। यह पहला मौका है, जब इतनी अधिक तादाद में शिक्षकों ने तबादला चाहा है। जुलाई माह में अंत में इन केस का निस्तारण संभव है, लेकिन तब तक निदेशालय में अधिकारी और कर्मचारी किसी दूसरे कामकाज को हाथ लगाने को तैयार नहीं हैं।