जींद, मुख्य संवाददाता : प्रदेश सरकार ने श्रमिकों की लड़कियों की पढ़ाई का खर्चा स्वयं उठाने का निर्णय लिया है। प्रदेश की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत पंजीकृत श्रमिकों की लड़कियों को वर्दी पाठ्य पुस्तकें तथा कापियां उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक श्रमिक को दो हजार रुपये की एकमुश्त वित्तीय सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी। यह वित्तीय सहायता पांचवीं से आठवीं कक्षा तक की छात्राओं को दी जाएगी। उपायुक्त डॉ. अभय सिंह यादव ने राज्य सरकार की इस योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत श्रमिक की तीन-तीन लड़कियों को सुविधा का लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि यह वित्तीय सहायता छात्राओं को दाखिले के समय ही दी जाएगी, ताकि उनके अभिभावकों पर पाठ्य पुस्तकें, वर्दी तथा कापियां आदि खरीदने के लिए अतिरिक्त बोझ न पडे़। उपायुक्त ने बताया कि इस योजना का लाभ प्रदेश के वही श्रमिक उठा पाएंगे, जिन्होंने किसी भी संस्था में दो वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है और वेतन भी प्रतिमाह पांच हजार रुपये से कम है।