Monday, 5 September 2011

शिक्षकों की वरीयता सूची दो माह में होगी तैयार

चंडीगढ़, जागरण ब्यूरो : प्रदेश में अध्यापकों की वरीयता सूची दो माह में तैयार कर ली जाएगी। शिक्षा निदेशालय ने मास्टरों की वरीयता सूची बनाने की दिशा में तेजी से काम आरंभ कर दिया है। वरीयता सूची बनाने में जींद, करनाल और पंचकूला के अध्यापक प्रतिनिधियों का सहयोग लिया जा रहा है। हरियाणा में करीब 25 हजार अध्यापक हैं। करीब साढ़े पांच साल बाद न केवल उनकी वरीयता सूची तैयार की जा रही है। इस दौरान 1 जून 2006 के आधार पर बनी वरीयता सूची की खामियों को भी दूर किया जाएगा। शिक्षा विभाग द्वारा 1 जून 2006 के आधार पर बनाई वरीयता सूची में कई खामियां थीं। शिक्षा निदेशालय को इस वरीयता सूची पर करीब दो हजार आपत्तियां मिली हैं। इसलिए 1 जून 2011 के आधार पर वरीयता सूची में करीब पांच साल पहले की खामियों और आपत्तियों को भी दूर किया जाएगा। शिक्षा निदेशालय ने मास्टरों की नई वरीयता सूची तैयार कराने में सहयोग के लिए तीन मास्टर प्रतिनिधियों के नाम मांगे हैं। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश मलिक के अनुसार जींद से उदयवीर लाठर, करनाल से कालीदास और पंचकूला से राममेहर को शिक्षक प्रतिनिधि घोषित किया गया है। शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव सुरीना राजन ने दो माह में वरीयता सूची तैयार कर लिए जाने का भरोसा दिलाया है। रमेश मलिक के अनुसार 1 जून 2006 के बाद जो भी नए मास्टर सीधी भर्ती से लगे अथवा जेबीटी से पदोन्नत हुए, उन्हें भी वरीयता सूची में शामिल किया जाएगा। इससे शिक्षा निदेशालय को हेड मास्टर व लेक्चरर के पदों पर पदोन्नति में मदद मिलेगी ही। अध्यापकों के बीच पक्षपात की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। प्रदेश अध्यक्ष रमेश मलिक ने इस फैसले के लिए वित्तायुक्त एवं निदेशक का आभार जताया है।
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