चंडीगढ़, जागरण ब्यूरो : मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी ने बृहस्पतिवार को शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश के सभी राजकीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में स्वच्छ पेयजल व शौचालय आदि सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं। उर्वशी गुलाटी राजकीय प्राथमिक स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों और आधारभूत सुविधाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। शिक्षा अधिकारियों व उपायुक्तों के साथ हुई इस बैठक में गुलाटी ने महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात और पंचकूला के उपायुक्तों से स्कूलों में इन सुविधाओं के साथ-साथ शौचालय, अग्निशमन सेवाएं और रैंप के बारे में पूरी रिपोर्ट 10 दिन के भीतर तलब की है। मुख्य सचिव ने जन स्वास्थ्य विभाग को छह माह के भीतर उन सभी स्कूलों में स्थायी जलापूर्ति कनेक्शन देने के निर्देश दिए, जिनमें अस्थायी कनेक्शन के माध्यम से आपूर्ति की जा रही है। जिस स्कूल में पानी की गुणवत्ता अच्छी नहीं है, वहां आरओ सिस्टम स्थापित कर या पाइप कनेक्शनों के माध्यम से स्थायी जलापूर्ति कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएं। उर्वशी गुलाटी ने कहा कि नवनिर्मित स्कूल भवनों का कब्जा केवल तभी लिया जाना चाहिए जब उनमें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों। उन्होंने पौधरोपण अभियान के दौरान वन विभाग के सहयोग से स्कूलों के चारों ओर दो-तीन पंक्तियों में मेहंदी तथा बोगनविला के पौधे लगाने को कहा, ताकि स्कूलों के आसपास हरी चाहरदीवारी बन सके। उन्होंने कहा कि यह कार्य मनरेगा के तहत किया जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूलों में रैंप के निर्माण का कार्य भी इसके तहत किया जा सकता है।