भिवानी के पंचायत भवन में रिकार्ड को अधिकारियों की निगरानी में मधुबन ले जाते हुए। -हप्र अजय मल्होत्रा
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा वर्ष 2008, 2009 जून एवं दिसंबर में आयोजित की गई स्टैट परीक्षा के पूरे रिकार्ड को 23 जनवरी, 2011 को सील किया गया था। रिकार्ड सील किये जाने का आदेश पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने दिया था। आदेशों के बाद भिवानी के पंचायत भवन में सुरक्षित जगह पर रखवाकर इसे सील किया गया।
गौरतलब है कि जनवरी माह में प्रदेश में चयनित 9000 से अधिक जे.बी.टी.अध्यापकों में चयनित उम्मीदवारों के चयन को वंचित उम्मीदवारों ने इस आधार पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी थी कि चयनित उम्मीदवारों में से कइयों ने धांधलेबाजी करके स्टैट परीक्षा पास की है। आरोप है कि परीक्षा में दूसरे उम्मीदवारों को बैठाकर परीक्षा पास करवाई गई जिसका खुलासा तो अंगूठे के निशान की जांच के बाद ही होगा क्योंकि न केवल परीक्षा के लिए आवेदन फार्मों में उम्मीदवार के अंगूठे के निशान के अलावा ओएमआर फार्म एवं उत्तरपुस्तिका पर भी अंगूठे के निशान लगे हैं। हाईकोर्ट में चल रहे मामले के बाद कोर्ट ने बोर्ड के रिकार्ड को सील करने के निर्देश दिए। इन निर्देशों के बाद रिकार्ड को सील किया गया व इसे भिवानी के पंचायत भवन में ही रखने का निर्णय लिया गया था।
याचिकाकत्र्ताओं के वकील जसबीर मोर का कहना था कि पूरे मामले को लेकर कोर्ट ने निर्देश दिए थे। उनका कहना था कि स्टैट परीक्षा पास करने वाले कई उम्मीदवारों ने धंाधलेबाजी की है। उनके अंगूठों से ही मामले की जांच होगी। इसी के मद्देनजर रिकार्ड की जांच हेतु इसे सील करने के आदेश कोर्ट ने दिए थे। उनका यह भी कहना था कि अब रिकार्ड को जांच के लिए मधुबन ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुल 30 उम्म्ीदवारों की ओर से उन्होंने याचिका दायर की थी जिस पर ही यह कार्रवाई हो रही है।
वहीं सील किए गए रिकार्ड को आज सुबह ही जांच के लिए चंडीगढ़ से आई टीम को कब्जे में लिया गया। इस टीम के साथ मधुबन से भी टीम आई थी। बोर्ड सचिव शेखर विद्यार्थी के अनुसार कोर्ट के निर्देशों के बाद ही रिकार्ड सील किया गया था व कोर्ट के निर्देशों के बाद ही अब कार्रवाई की जा रही है।